आज लिखने को कुछ नहीं – एम के पाण्डेय निल्को

सुना है तुम्हारे चाहने वाले बहुत हैं ये मोहब्बत की मिठाई सब में बांट देती हो क्या कई गिर चुके हैं तुम्हारे इश्क के मंजर में अंखियों… Read more “आज लिखने को कुछ नहीं – एम के पाण्डेय निल्को”

चांद अपनी चांदनी की रंगतों से डर गया

दिल हमारा जब तुम्हारी चाहतों से भर गया ।चांद अपनी चांदनी की रंगतों से डर गया ।। तेरी यादों में मेरे दिन रात कटते थे मगर।मेरी नजरों… Read more “चांद अपनी चांदनी की रंगतों से डर गया”

आतंकियों का समर्थन करने वालों का विरोध करती मेरी नयी रचना

(आठ आतंकियों के एनकाउंटर के लिए पुलिस का समर्थन और आतंकियों का समर्थन करने वालों का विरोध करती मेरी नयी रचना)कवि – मयंक शर्मा (09302222285) खूब मनाई… Read more “आतंकियों का समर्थन करने वालों का विरोध करती मेरी नयी रचना”

आप सभी को नरक चतुर्दशी की हार्दिक शुभकामनाएं।

चतुर्दश वार।मिला सुतवार।।बढे धन कीर्ति।रहे यश शांति।।                 गजानन हाँथ।                सदा उर साथ।।                कटे सब कष्ट।                रहे  प्रभु  दृष्ट।। प्रदीप सुपर्व।मिले अमरत्व।।प्रकाश अपार।प्रहर्ष हजार।।                  जले जब… Read more “आप सभी को नरक चतुर्दशी की हार्दिक शुभकामनाएं।”

कवि देवेन्द्र प्रताप सिंह "आग" की एक रचना

इन मीठे-मीठे पकवानों का किसको भोग लगाऊं मैं मेरे प्रभुजी हैं सीमा पर फ़िर कैसे खुशी मनाऊँ मैं दुश्मन की लंका जली नहीँ संहार अभी तक बाकी… Read more “कवि देवेन्द्र प्रताप सिंह "आग" की एक रचना”

दीपक – मुक्तक

*****मैं   अँधेरों   से  लड़ा  हूँआँधियों से  भी खड़ा हूँतुच्छ मत कहना मुझे तूमोतियों  से  मैं  जड़ा हूं  !!!******************मुरारि पचलंगिया आपके अमूल्य सुझाव आमंत्रित है |

निल्को का ये उद्दघोष है

आप के समक्ष प्रस्तुत है ‘उद्दघोष’ पर एम के पाण्डेय निल्को का एक प्रयास*****************************मैंने खोया अब होश है देखोगो अब वो मेरा जोश हैबंद करो इन सापो… Read more “निल्को का ये उद्दघोष है”

मुक्तक विषय : आवारगी

मेरी ताज़ा मुक्तक विषय : आवारगी आवारगी होता क्या हैमेरी तरफ देख तेरा जाता क्या हैतुझे देख कर दिल डोले और बोलेमेरी बनने में तुझे होता क्या… Read more “मुक्तक विषय : आवारगी”

शौक रहा दिल को उनके गुलाब लिखने का

“शौक रहा दिल को उनके गुलाब लिखने काबेदम से गुलशन में बेबस शबाब लिखने का “लकड़ियाँ चुन लाये मन की अलाव जलानेफिर भी न मिटा खुमार किताब… Read more “शौक रहा दिल को उनके गुलाब लिखने का”