सरकार, छोड़िये ब्लैकमेल की राजनीति, जनता तो हिसाब मांगेगी।

लूला-लँगड़ा हो चुके विपक्ष से आप यह उम्मीद लगाकर बैठेंगे, कि सरकारी लूट का ए विरोध करेंगे तो इस मुग़ालते में मत रहिए। सरकार का विरोध करने… Read more “सरकार, छोड़िये ब्लैकमेल की राजनीति, जनता तो हिसाब मांगेगी।”

मुक्तक – सुबह जैसे ही आँख खुलती है

सुबह जैसे ही आँख खुलती है मानो एक शिकायत किया करती है भोर होते ही क्यू छोड़ देता है मुझको मेरी तनहाई मुझसे यही सवाल किया करती… Read more “मुक्तक – सुबह जैसे ही आँख खुलती है”

मुक्तक – तेरे चाहने वालों की बहुत आबादी है

तेरे चाहने वालों की बहुत आबादी है पर ‘निल्को’ को कहा लिखने पर पाबंदी है ये टूटे फूटे मन के भावो को पढ़कर भी लोग कहते है… Read more “मुक्तक – तेरे चाहने वालों की बहुत आबादी है”

मुक्तक – नज़र निल्को की मैंने शीर्षक ही रख लिया

दिल मे कोई प्रेम रत्न धन रख लिया उनके लिए लिख , उनका भी मन रख लिया ऐसी नजरों से घूरते है वो मुझको की ‘नज़र निल्को… Read more “मुक्तक – नज़र निल्को की मैंने शीर्षक ही रख लिया”

मुक्तक – चाँद की चादनी मे नहाती रही

चाँद की चादनी मे नहाती रही सारी रात मुझे वो जगाती रही प्यार से ज़रा छु लिया था होठो को उसके और ‘निल्को’ की धुन वो अब… Read more “मुक्तक – चाँद की चादनी मे नहाती रही”

भगवान श्री कृष्ण के जीवन सी जुड़ी 24 अनसुनी बातें

1. भगवान श्री कृष्ण के खड्ग का नाम ‘नंदक’, गदा का नाम ‘कौमौदकी’ और शंख का नाम ‘पांचजन्य’ था जो गुलाबी रंग का था। 2. भगवान् श्री… Read more “भगवान श्री कृष्ण के जीवन सी जुड़ी 24 अनसुनी बातें”

अपनी संस्कृति को पहचाने ।

संस्कृति किसी समाज में गहराई तक व्याप्त गुणों के समग्र रूप का नाम है, जो उस समाज के सोचने, विचारने, कार्य करने, खाने-पीने, बोलने, नृत्य, गायन, साहित्य,… Read more “अपनी संस्कृति को पहचाने ।”

मुस्कुराओ….. क्योंकि …….

😊मुस्कुराओ….. क्योंकि परिवार में रिश्ते तभी तक कायम रह पाते हैं जब तक हम एक दूसरे को देख कर मुस्कुराते रहते है” 😊मुस्कुराओ….. क्योंकि दुनिया का हर… Read more “मुस्कुराओ….. क्योंकि …….”

हाल – ए – दिल क्या सुनाऊ

कहाँ छुपा के रख दूँ मैं अपने हिस्से की शराफत,जिधर भी देखता हूँ उधर बेईमान खड़े हैं..क्या खूब तरक्की कर रहा है अब देश देखिये,खेतों में बिल्डर,… Read more “हाल – ए – दिल क्या सुनाऊ”

गीत ग़ज़ल हो या हो कविता – एम के पाण्डेय निल्को

गीत ग़ज़ल हो या हो कविता  नज़र है उस पर चोरो की  सेंध लगाये बैठे तैयार  कॉपी पेस्ट को मन बेक़रार  लिखे कोई और, पढ़े कोई और … Read more “गीत ग़ज़ल हो या हो कविता – एम के पाण्डेय निल्को”

सोच रहा हूँ कोई कविता गाऊँ – एम के पाण्डेय ‘निल्को’

समय पर जब यह समय मिला  उनके लिए ही यह गीत बुना मुलाकात जब उनसे हुई  मानो बंजारे को घर मिला देखा उनको जब आज के दिन… Read more “सोच रहा हूँ कोई कविता गाऊँ – एम के पाण्डेय ‘निल्को’”

बहुत कठिन है पत्रकारिता की डगर, फिर भी निभाना होगा अपना दायित्व

राष्ट्रीय प्रेस परिषद जनपद महराजगंज की इकाई का प्रथम वार्षिक अधिवेशन मंगलवार को स्थानीय अंबेडकर पार्क में संपंन हुआ। इस दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता और गोरखपुर के… Read more “बहुत कठिन है पत्रकारिता की डगर, फिर भी निभाना होगा अपना दायित्व”

लिखता हूँ बचपन की वो कहानी – एम के पाण्डेय ‘निल्को’

बचपन की वो दुनिया पचपन की उम्र में भी नहीं भूलती क्योंकि जो की थी शरारते वो भी कुछ नहीं कहती ।।   न तो लोग बुरा… Read more “लिखता हूँ बचपन की वो कहानी – एम के पाण्डेय ‘निल्को’”

लैपटॉप की कीमत बहू बेटियों की इज़्ज़त

यूपी के बदायूं में दो नाबालिग बहनों के साथ गैंगरेप के बाद उनकी हत्‍या कर शव पेड़ पर लटका देने के मामले के बाद भी राज्‍य सरकार… Read more “लैपटॉप की कीमत बहू बेटियों की इज़्ज़त”