इशारे से सब कुछ जताने लगे हैंमुझे अपना अब वो बनाने लगे हैं। उठाया है मैने जिन्हें ज़िन्दगी भर,वही आज मुझको गिराने लगे हैं। बताते थे ख़ुद… Read more “पराया हमें वो बताने लगे हैं”
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मुक्तक – सुबह जैसे ही आँख खुलती है
सुबह जैसे ही आँख खुलती है मानो एक शिकायत किया करती है भोर होते ही क्यू छोड़ देता है मुझको मेरी तनहाई मुझसे यही सवाल किया करती… Read more “मुक्तक – सुबह जैसे ही आँख खुलती है”
मुक्तक – तेरे चाहने वालों की बहुत आबादी है
तेरे चाहने वालों की बहुत आबादी है पर ‘निल्को’ को कहा लिखने पर पाबंदी है ये टूटे फूटे मन के भावो को पढ़कर भी लोग कहते है… Read more “मुक्तक – तेरे चाहने वालों की बहुत आबादी है”
मुक्तक – नज़र निल्को की मैंने शीर्षक ही रख लिया
दिल मे कोई प्रेम रत्न धन रख लिया उनके लिए लिख , उनका भी मन रख लिया ऐसी नजरों से घूरते है वो मुझको की ‘नज़र निल्को… Read more “मुक्तक – नज़र निल्को की मैंने शीर्षक ही रख लिया”
मुक्तक – चाँद की चादनी मे नहाती रही
चाँद की चादनी मे नहाती रही सारी रात मुझे वो जगाती रही प्यार से ज़रा छु लिया था होठो को उसके और ‘निल्को’ की धुन वो अब… Read more “मुक्तक – चाँद की चादनी मे नहाती रही”
इस तस्वीर पर आप भी कुछ कहिये
आख़िर टूट गए कुर्सी के पहियेइस तस्वीर पर आप भी कुछ कहिये आपके अमूल्य सुझाव आमंत्रित है |
अभिव्यक्ति की आज़ादी पर उन्होंने लगा ही दिया बैन
अभिव्यक्ति की आज़ादीपर लगा कर बैनआ ही रहा होगाउनके दिल को चैनबोलने पर उन्होंनेभले लगाई पाबन्दी हैपर ‘निल्को’ हम तोलिखने के भी आदी हैइतनी आसानी से नहीं… Read more “अभिव्यक्ति की आज़ादी पर उन्होंने लगा ही दिया बैन”
दिल में कोई प्रेम रतन धन रख लिया
दिल में कोई प्रेम रतन धन रख लियाउनके लिए भी लिख, उनका भी मन रख दियापर ऐसी नज़रो से घूरते है वो मुझकोकी ‘नज़र निल्को की’ मैंने… Read more “दिल में कोई प्रेम रतन धन रख लिया”
मैं सुबह का अख़बार नहीं होता
मंगलवार की सुबहजल्दी ही नीद खुलीलगा हुआ किसी मुद्दे पर सुबहऔर किसी को जीत मिलीरूप का रंग का बाजार नहीं होताभले कमज़ोर हूँपर लाचार नहीं होता निल्को… Read more “मैं सुबह का अख़बार नहीं होता”
तेरी दीवार से ऊची मेरी दीवार बने
बस यही दौड़ है इस दौर के इन्सानो की तेरी दीवार से ऊची मेरी दीवार बने तू रहे पीछे और मैं सदा आगे ऐसी कोई बात या… Read more “तेरी दीवार से ऊची मेरी दीवार बने”
तेरी याद मुझे क्यों सताती है
तेरी याद मुझे क्यों सताती है तन्हाई में क्यों रुलाती है जब जब मिलते है हम पता नहीं क्या आखो से वो पिलाती है उसका नशा जैसे… Read more “तेरी याद मुझे क्यों सताती है”
पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को “भारत रत्न”
भारतीय राजनीति के पितामाह, करिश्माई नेता, ओजस्वी वक्ता एवं सुशासन के प्रतिक पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को “भारत रत्न” से सम्मानित करने पर हार्दिक… Read more “पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को “भारत रत्न””
राम नवमी की सभी दोस्त पाठकों को अनेक शुभकामनायें!
त्रिस्थिरस्त्रिप्रलम्बश्च त्रिसमस्त्रिपु चोन्नतः त्रिताम्रस्त्रिपु च स्निग्धो गंभीरस्त्रिषु नित्यशः त्रिवली मांस्त्रयंवतः ………………….सुन्दरकाण्ड ३५/१७-१८ आप सभी को भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव रामनवमी की बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाये. आपके अमूल्य… Read more “राम नवमी की सभी दोस्त पाठकों को अनेक शुभकामनायें!”
हिन्दी भाषा मे हो रही मिलावट – एम के पाण्डेय ‘निल्को’
एम के पाण्डेय ‘निल्को’ हिन्दी विश्व में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है। हिन्दी अपने आप में एक समर्थ भाषा है। इस… Read more “हिन्दी भाषा मे हो रही मिलावट – एम के पाण्डेय ‘निल्को’”
पलटना
पलटना एक शब्द नहीं इसका एक ही अर्थ नहीं समझ – समझ का अन्तर और जो न समझे वो बंदर कुछ लोग पलटा जाते है धीरे से… Read more “पलटना”
हिंदी के मुहावरे
हिंदी के मुहावरे ,बड़े ही बावरे हैंखाने पीने की चीजों से भरे हैंकहीं पर फल है तो कहीं आटा दालें हैं कहीं पर मिठाई है, कहीं पर… Read more “हिंदी के मुहावरे”