जब हमारे जैसा कोई दूसरा इस दुनिया है ही नहीं। फिर किसी से क्या तुलना। अपना आलस्य अपनी गप्पे अपनी बाते अपनी हार अपनी असफलता सब कुछ… Read more “हमारे जैसा कोई दूसरा इस दुनिया है ही नहीं।”
Tag: सामाजिक
मास्टर सिद्धेश पाण्डेय उर्फ यश को देवरिया रत्न अवार्ड से मुख्य अतिथि अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व बच्चालाल मौर्य ने सम्मानित किया
देवरिया, लार थाना के हरखौली निवासी मास्टर सिद्धेश पाण्डेय उर्फ यश बाबा को शहर के कार्यक्रम देवरिया महोत्सव 2017 में देवरिया रत्न अवार्ड प्रदान कर सम्मानित किया… Read more “मास्टर सिद्धेश पाण्डेय उर्फ यश को देवरिया रत्न अवार्ड से मुख्य अतिथि अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व बच्चालाल मौर्य ने सम्मानित किया”
क्षीरसागर का कछुवा
क्षीरसागर में भगवान विष्णु शेष शैया पर विश्राम कर रहे हैं और लक्ष्मी जी उनके पैर दबा रही हैं। विष्णु जी के एक पैर का अंगूठा शैया… Read more “क्षीरसागर का कछुवा”
भारत और महाभारत
*दुर्योधन और राहुल गांधी* – दोनों ही अयोग्य होने पर भी सिर्फ राजपरिवार में पैदा होने के कारन शासन पर अपना अधिकार समझते हैं। *भीष्म और आडवाणी*… Read more “भारत और महाभारत”
टाइगर्स एडवेंचर्स क्लब और VMW Team की तरफ से नाहरगढ़ में ट्रैकिंग
आज के प्रदूषण भरे माहौल में लोग कुदरत के नजारों का मजा लेने के लिए तैयार बैठे रहते हैं। ऐसे ही नजारों का मजा लेने लोग नाहरगढ़… Read more “टाइगर्स एडवेंचर्स क्लब और VMW Team की तरफ से नाहरगढ़ में ट्रैकिंग”
तुम अफज़ल का गुण गाते हों
गज़नी का है तुम में खून भरा जो तुम अफज़ल का गुण गाते हों,जिस देश में तुमने जनम लिया उसको दुश्मन बतलाते हो!भाषा की कैसी आज़ादी जो… Read more “तुम अफज़ल का गुण गाते हों”
मनुष्य की कीमत
लोहे की दुकान में अपने पिता के साथ काम कर रहे एक बालक ने अचानक ही अपने पिता से पुछा – “पिताजी इस दुनिया में मनुष्य की… Read more “मनुष्य की कीमत”
ब्राह्मण है एक परंतु सरनेम अलग क्यों ?
मेरे एक मित्र ने मुझसे प्रश्न किया कि ब्राह्मणतो एक ही है परंतु कोई तिवारी है कोईदुबे है कोई शुक्ला पाठक चौबे आदि अलग – अलग नाम… Read more “ब्राह्मण है एक परंतु सरनेम अलग क्यों ?”
नज़र निल्को की – 20 बातें (सुविचार)
***************************************1. जिदंगी मे कभी भी किसी को बेकार मत समझना क्योक़ि बंद पडी घडी भी दिन में दो बार सही समय बताती है।**************************************2. किसी की बुराई तलाश… Read more “नज़र निल्को की – 20 बातें (सुविचार)”
तेरी याद मुझे क्यों सताती है
तेरी याद मुझे क्यों सताती है तन्हाई में क्यों रुलाती है जब जब मिलते है हम पता नहीं क्या आखो से वो पिलाती है उसका नशा जैसे… Read more “तेरी याद मुझे क्यों सताती है”
रविवारीय ज्ञान द्वारा एम के पाण्डेय निल्को
आज रविवार है आलस्य से भरा यह दिन मेरे लिए बातों की खिचड़ी पकाता है, रविवार का दिन मेरे लिए शेयर मार्केट जैसा होता है कुछ भी… Read more “रविवारीय ज्ञान द्वारा एम के पाण्डेय निल्को”
आना कभी मेरे देश मै आपको राजस्थान दिखाता हूँ
आँखों के दरमियान मैंगुलिस्तां दिखाता हुँ,आना कभी मेरे देश मैं आपको राजस्थानदिखाता हुँ|खेजड़ी के साखो पर लटके फूलो की कीमतबताता हुँ,मै साम्भर की झील से देखना कैसे… Read more “आना कभी मेरे देश मै आपको राजस्थान दिखाता हूँ”
सोच रहा हूँ लिखू रानीखेत एक्सप्रेस की कहानी
दोस्तों अभी ट्रेन में सफ़र कर रहूँ और मन बेचैन हो रहा है । मुक्तक लिखने की सोचा तो विषय से भटक गया और मुक्तक की जगह… Read more “सोच रहा हूँ लिखू रानीखेत एक्सप्रेस की कहानी”
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नाम, गौ हत्या पर पाबंदी और गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने के सन्दर्भ में VMW Team का सार्वजनिक पत्र
दिनाक : 18 जनवरी 2015 प्रतिष्ठा में माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी, प्रधानमंत्री – भारत सरकार साउथ ब्लॉक रेसकोर्स रोड … Read more “प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नाम, गौ हत्या पर पाबंदी और गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने के सन्दर्भ में VMW Team का सार्वजनिक पत्र”
पुण्य और परिवर्तन का पर्व – मकर सक्रांति
मकर संक्रांति अनेकता में एकता का पर्व मकर सक्रांति के दिन भगवान् भास्कर अपने पुत्र शनि से मिलने स्वयं उसके घर जाते हैं चूंकि शनि देव मकर… Read more “पुण्य और परिवर्तन का पर्व – मकर सक्रांति”
हिंदी के मुहावरे
हिंदी के मुहावरे ,बड़े ही बावरे हैंखाने पीने की चीजों से भरे हैंकहीं पर फल है तो कहीं आटा दालें हैं कहीं पर मिठाई है, कहीं पर… Read more “हिंदी के मुहावरे”
मैं देश नहीं मिटने दूंगा, मैं देश नहीं झुकने दूंगा!
https://youtube.googleapis.com/v/lrIGOHtrJRg&source=uds नरेंद्र मोदी की आवाज में भाजपा का चुनावी गीत ‘मैं देश नहीं झुकने दूंगा’ अब देश भर में गूंजने के लिए तैयार है। ‘इस चुनावी गीत… Read more “मैं देश नहीं मिटने दूंगा, मैं देश नहीं झुकने दूंगा!”
मैं कागज़ पर घसीटता रहा – मधुलेश पाण्डेय निल्को
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