हम में से ज्यादातर लोगों का कोई टाईम टेबल नहीं होता, जब मन किया पढने बैठ जाते हैं, जो मन किया किताब उठा लेते हैं और पढने… Read more “मन की बात – एम के पाण्डेय निल्को”
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अपने लिए भी जियें…..!
ज़िंदगी के 20 वर्ष हवा की तरह उड़ जाते हैं.! फिर शुरू होती है नौकरी की खोज.!ये नहीं वो, दूर नहीं पास.ऐसा करते 2-3 नौकरीयां छोड़ते पकड़ते,अंत… Read more “अपने लिए भी जियें…..!”
मन सुधरेगा तो जीवन भी सुधरेगा
किसी राजा के पास एक बकरा था ।एक बार उसने एलान किया की जो कोईइस बकरे को जंगल में चराकर तृप्त करेगा मैं उसे आधा राज्य दे… Read more “मन सुधरेगा तो जीवन भी सुधरेगा”
अपना परिचय ठीक से नहीं करा पाता
एम के पाण्डेय ‘निल्को’ कुछ मेरे मित्र मेरे परिचय के बारे में ज्रिक कर रहे थे , उनकी शिकायत थी की कभी मैंने अपना परिचय ठीक से… Read more “अपना परिचय ठीक से नहीं करा पाता”
शायद किसी की नज़र लग गई…
कुछ दिनों से परेशान हूँएक बात से हैरान हूँजिस तरह से रहते थे हम एक साथआज क्यों इतने दुराव हूँकल जब उनके चेहरे को देखा थातभी से… Read more “शायद किसी की नज़र लग गई…”
‘मेक इन इण्डिया’….. अच्छा है।
मेक इन इण्डिया का नारा अच्छा है। काम भी होगा यह विश्वास अच्छा है। जैसे ही घोषणा हुई दिल्ली के विज्ञान भवन में मिलेगी नौकरी बेराजगारो को, यह… Read more “‘मेक इन इण्डिया’….. अच्छा है।”
प्रधानमंत्री के नाम, खुला पत्र
दिंनाक 27 सितम्बर 2014 सेवा मे, माननीय प्रधानमंत्री महोदय, भारत सरकार, रायसिना हील, नई दिल्ली। विषय- संयुक्त राष्ट्र् संघ को अपनी भाषा में… Read more “प्रधानमंत्री के नाम, खुला पत्र”
मैं अपनी पहचान कैसे छोड़ दूं!
तेरी गलिया भी करती है यही पुकार मुझे छोड़ , कहाँ चले गए यार जब तू आया था पहली बार सब लोगो से पता पूछा बार बार… Read more “मैं अपनी पहचान कैसे छोड़ दूं!”
….बंजारे को घर मिला
दोस्तो मेरे मित्र सिद्धार्थ सिंह श्रीनेत कहते है की आज कल रचनाओ मे अलंकार का प्रयोग देखने को कम ही मिलता है , उनकी इस बात से… Read more “….बंजारे को घर मिला”
अच्छा लगता है बनाम अच्छा नहीं लगता – मधुलेश पाण्डेय ‘निल्को’
मधुलेश पाण्डेय ‘निल्को’ दोस्तो, आज पहली बार युग्म मे रचना प्रकाशित कर रहा हूँ , दोनों रचना एक ही सिक्के के दोनों पहलू है। आप अपनी बहुमूल्य प्रतिक्रिया… Read more “अच्छा लगता है बनाम अच्छा नहीं लगता – मधुलेश पाण्डेय ‘निल्को’”
यह जरूरी तो नहीं…… – मधुलेश पाण्डेय ‘निल्को’
मधुलेश पाण्डेय ‘निल्को’ दोस्तो पिछली रचना (तुम्हें दुनिया में जन्नत नज़र आएगी) को सम्माननीय डॉ. रूप चंद मयंक जी के द्वारा चर्चामंच पर चर्चा की गई ।… Read more “यह जरूरी तो नहीं…… – मधुलेश पाण्डेय ‘निल्को’”
तुम्हें दुनिया में जन्नत नज़र आएगी – मधुलेश पाण्डेय ‘निल्को’
आईने के सामने न आया करो जुल्फों को यू न सवारा करो अपनी ही नज़र न लगाया करो यू हंस – हंस कर न इशारा करो अपनी… Read more “तुम्हें दुनिया में जन्नत नज़र आएगी – मधुलेश पाण्डेय ‘निल्को’”
प्रधानमंत्री- श्री नरेन्द्र दामोदर दास मोदी
भारत की महान परम्पराओं एवं संस्कारों का पालन करने करने वाले नेता “श्री नरेन्द्र दामोदर दास मोदी जी” को देश के “प्रधानमंत्री” बनने पर बहुत बहुत बधाईया… Read more “प्रधानमंत्री- श्री नरेन्द्र दामोदर दास मोदी”
भाइयो तुम्हारी याद आती है
दुनिया की हर ख़ुशी मेरे पास बहुत हैं.आज फिर भी मेरा दिल उदास बहुत हैं.कुछ भी कर लु अकेलापन जाता नहींजबकि मेरे आसपास मेरे खास बहुत हैं… Read more “भाइयो तुम्हारी याद आती है”
लोकतन्त्र की दिवाली – एम के पाण्डेय निल्को
हम करेगे जब मतदान तब बचेगी लोकतन्त्र की शान नहीं गलेगी नेतावों की दाल जनता समझ चुकी है इन की चाल जो होगा सबसे लायक वही बनेगा… Read more “लोकतन्त्र की दिवाली – एम के पाण्डेय निल्को”
प्रकृति का सफाई अभियान
गाँव शहर और सड़क तक भर गया पानी और याद आ गई सबको अपनी नानी तो निल्को ने कहा – परेशान मत हो मेरे बाबू क्योकि यंहा… Read more “प्रकृति का सफाई अभियान”
इस बरसात के मौसम मे …..
इस बरसात के मौसम मे ….. आज लगा हवा मौसम से रूठ गई काले घने बादल शहर मे ही रह गई तन तो भीगा ही भीगा मन… Read more “इस बरसात के मौसम मे …..”
उत्तर प्रदेश
एम.के.पाण्डेय “निल्को जी” दोस्तों इस बार VMW Team के एम.के.पाण्डेय “निल्को जी” आप को भारत का सबसे बड़ा राज्य (जनसंख्या के आधार पर) के बारे में बताने… Read more “उत्तर प्रदेश”