इशारे से सब कुछ जताने लगे हैं
मुझे अपना अब वो बनाने लगे हैं।
उठाया है मैने जिन्हें ज़िन्दगी भर,
वही आज मुझको गिराने लगे हैं।
बताते थे ख़ुद कभी यार जो कल
वही आज मुझको बेगाने लगे हैं।
रहेंगे सदा साथ कहते थे जो कल
वही आँख मुझसे चुराने लगे हैं।
न रखते थे नज़रों से ओझल कभी जो
वही आज मुझको भुलाने लगे हैं।
बनाया था हमने जिसे दिल से अपना,
पराया हमें वो बताने लगे हैं।
बसाया था हमने जिसे अपने दिल में,
वही आज नश्तर चुभाने लगे हैं।
अनुज शुक्ल
VMW Team
बहुत सुन्दर
LikeLike
Do bhaiyo ka pyar………………..
LikeLike